CBSE CLASS 10 BOARD 2024 ALL IMPORTANT QUESTIONS

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पत्र-लेखन का हमारे जीवन में काफ़ी महत्त्व है, किंतु आजकल टेलीफ़ोन, मोबाइल व कंप्यूटर के बढ़ते प्रयोग से पत्र लिखने का चलन कुछ कम हो गया है। फिर भी किसी सरकारी विभाग से अपनी समस्या की शिकायत करनी हो, कहीं से कोई आवश्यक वस्तु मँगवानी हो अथवा विवाह या किसी सरकारी विभाग से अपनी समस्या की शिकायत करनी हो, कहीं से कोई आवश्यक वस्तु मँगवानी हो अथवा विवाह या किसी अन्य उत्सव कार्यक्रम के लिए अपने प्रियजनों को आमंत्रित करना हो, तब हमें पत्र लिखने की आवश्यकता होती है। अतः पत्र-लेखन आज के युग में उपयोगी है। पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
पत्रों के प्रकार
पत्र मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
1. अनौपचारिक या निजी पत्र – ये पत्र अपने निकट संबंधियों अथवा मित्रों को लिखे जाते हैं। इनमें निजी बातों का ब्योरा (वर्णन) होता है।
2. औपचारिक पत्र – ये पत्र उन्हें लिखे जाते हैं जिससे हमारा निजी संबंध नहीं होता। ये कई प्रकार के हो सकते हैं; जैसे-प्रार्थना
पत्र, कार्यालयी-पत्र, व्यावसायिक-पत्र आदि।
प्रार्थना पत्र – प्रधानाचार्य को आवेदन के लिए लिखे जाने वाले पत्र।।
कार्यालयी पत्र – किसी सरकारी अधिकारी, विभाग को लिखे गए पत्र आदि।
व्यावसायिक पत्र – दुकानदार, प्रकाशक, व्यापारी, कंपनी आदि को लिखे गए पत्र आदि।
अनौपचारिक पत्र का प्रारूप
सेवा में
प्रधानाचार्य महोदय
केंद्रीय विद्यालय
कालिंदी विहार, नई दिल्ली।
विषय – छात्रवृत्ति हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा सातवीं ‘ए’ की छात्रा हूँ। मेरे पिता जी की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। वे विद्यालय के शुल्क तथा अन्य खर्चे का भार उठा पाने में असमर्थ हैं। मैं अपनी पिछली कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करती रही हूँ तथा खेल-कूद व अन्य प्रतियोगिताओं में भी मैंने अनेक पदक प्राप्त किए हैं।
अतः आप से अनुरोध है कि मुझे विद्यालय के छात्रवृत्ति कोष से छात्रवृत्ति प्रदान करने का कष्ट करें, ताकि मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। मैं सदैव आपकी आभारी रहूँगी
आपकी आज्ञाकारी शिष्या,
नेहा तिवारी
कक्षा-सातवीं ‘ए’
दिनांक…….
2. बड़े भाई के विवाह में शामिल होने के लिए चार दिन के अवकाश के लिए अपने प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए।
सेवा में
प्रधानाचार्य महोदय
डी० ए० वी० स्कूल
सेक्टर-5 द्वारका
नई दिल्ली-110075
महोदय
सविनय निवेदन यह है कि मेरे बड़े भाई का शुभ विवाह 15 मार्च, 20XX को होना निश्चित हुआ है। विवाहोत्सव में मेरा उपस्थित होना आवश्यक है। अतः मैं दिनांक 13 मार्च 20XX से 16 मार्च 20XX तक विद्यालय में उपस्थित नहीं हो सकेंगा। अतः आपसे अनुरोध है कि मुझे इन चार दिनों का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
आयुष रंजन
कक्षा-सात (बी)
3. गंदगी की सूचना देते हुए नगर निगम अधिकारी को प्रत्र।
B-4/13 अंकुर विहार, लोनी
गाजियाबाद।
दिनांक-16 अगस्त
सेवा में
नगर निगम अधिकारी
लोनी क्षेत्र, गाजियाबाद।
विषय-हमारे क्षेत्र में फैली गंदगी की सूचना हेतु पत्र।
महोदय
मैं अंकुर तथा आसपास के इलाकों में फैली गंदगी तथा सफ़ाई कर्मचारियों की अकर्मण्यता के विषय में आपको सूचित करना चाहता हूँ।
यहाँ जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं तथा गलियों में यहाँ-वहाँ कूड़ा फैला है। सफ़ाई कर्मचारी सप्ताह में एक बार भी सफ़ाई नहीं करते तथा नगर निगम की गाड़ियाँ महीनों तक दिखाई नहीं पड़तीं। चारों तरफ़ मक्खी, मच्छर तथा बदबू का साम्राज्य है।
आशा है आप इस विषय में अवश्य कार्यवाही करेंगे।
धन्यवाद
भवदीय
ओजस्व तिवारी।
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